नई दिल्ली: पुलिस की ट्रेनिग के दौरान भले ही पुलिस बल का शरीर फिट रहता है लेकिन जैसे ही इनकी पोस्टिंग होना शुरू होती है इनके शरीर की चर्बी दिन व दिन बढ़नी शुरू हो जाती है। ऐसी पुलिसकर्मी जो काफी वजन के साथ जॉब कर रहे है आपको हर राज्य में देखने को मिलेगें। इस भारी मोटापे के चलते ये पुलिसकर्मी ना तो तेज दौड़ ही पाते है नाही तेजी से काम करने में सझम रहते है। ऐसे में अब पुलिसकर्मी के मोटापा को देखते हुए सरकार ने उन्हें वजन कम करने के निर्देश जारी करते हुए कहा गया है कि अगर पुलिस कर्मी नवंबर तक अपना मोटापा कम नहीं करते हैं तो सरकार ऐसे पुलिस कर्मियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (VRS) की शुरूआत करने जा रही है।
पुलिस महानिदेशक ज्ञानेंद्र प्रताप सिंह ने मंगलवार को कहा कि मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा के निर्देश पर यह फैसला लिया गया है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘असम पुलिस मुख्यालय ने आईपीएस/एपीएस अधिकारियों समेत सभी पुलिस कर्मियों के ‘बॉडी मास इंडेक्स’ (BMI) को पेशेवर तरीके से दर्ज करने का फैसला लिया है…।” बता दें कि यह कदम पुलिसकर्मियों को डेडवुड से छुटकारा दिलाने के लिए किया जा रहा है। असम पुलिस में लगभग 70 हजार फोर्स है।
BMI करानी होगी दर्ज
सिंह ने कहा कि भारतीय पुलिस सेवा (IPS) और असम पुलिस सेवा (APS) के अधिकारियों सहित सभी कर्मियों को 15 अगस्त तक यानी की तीन महीने तक का समय दिया गया है जिसके बाद उन्हें बीएमआई दर्ज करना होगा।
पुलिस ने करीब 680 की सूची की तैयार
असम पुलिस ने अब ऐसे करीब 680 लोगों की लिस्ट तैयार की है जो शराब पीने के आदी है या फिर मोटे हैं। उन्होंने कहा कि बहुस्तरीय समीक्षा के बाद, ड्यूटी के लिए अनुपयुक्त लोगों को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की पेशकश की जाएगी। और शराब के आदी 300 कर्मियों को सेवानिवृत्ति दी जाएगी।