कानपुर में एक बार फिर से रेलवे हादसा करने की साजिश का खुलासा हुआ है। आपको बता दें की कानपुर देहात जिला के रेलवे ट्रैक पर छोटा गैस सिलेंडर रखा हुआ मिला है। इससे टक्कर लगने पर कोई भी बड़ा हादसा हो सकता था। आपको जानकारी होगी ही हालही में कालिंदी एक्सप्रेस को भी पलटाने की साजिश सामने आयी थी। इसके लिए रेलवे ट्रैक पर एलपीजी गैस सिलेंडर को रखा गया था। सीके अलावा रेलवे लाइन के पास से बारूद तथा पेट्रोल को भी बरामद किया गया था।

रेलवे ट्रैक पर रखा मिला गैस सिलेंडर

अभी तक मिली जानकारी के अनुसार कानपुर के पेरम्बूर रेलवे स्टेशन के रेलवे ट्रैक पर छोटा गैस सिलेंडर रखा मिला था। इस रेलवे ट्रैक पर से ही मालगाड़ी गुजरने वाली थी लेकिन लोको पॉयलट ने उसको पहले ही देख लिया तथा मालगाड़ी को रोक दिया था। इस प्रकार से यह हादसा टल गया। बता दें की जिस स्थान पर गैस सिलेंडर मिला है। वह कानपुर देहात में पड़ता है। रेलवे के सुरक्षा विभाग के एसपी ने बताया की रेलवे ट्रैक पर 5 किग्रा का गैस सिलेंडर पाया गया है। सिलेंडर को देखने के बाद में लोको पॉयलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए तथा अधिकारियों को इसकी सूचना दी। इसके बाद में आरपीएफ ने जांच शुरू की तथा स्थानीय पुलिस को भी इसकी सूचना दे दी।

हालही में इन रेलवे ट्रैक पर भी की गई थी साजिश

आपको बता दें की बीती 8 सितंबर को कालिंदी एक्सप्रेस को भी ब्लास्ट कर उड़ाने की साजिश की गई थी। यह ट्रैन प्रयागराज से भिवानी की और जा रही थी। इस हादसे को करने के लिए रेलवे ट्रेक पर गैस सिलेंडर को रखा गया था। इसके साथ ही रेलवे ट्रैक पर पेट्रोल की बोतल, बारूद तथा माचिस भी रखी मिली थी। इस घटना के बाद 10 सितंबर को अजमेर में ट्रेन को पलटाने की कोशिश की गई थी।

इस घटना में अजमेर के सरधना में रेलवे ट्रैक पर 70 किलो के दो सीमेंट के ब्लॉक रखे मिले थे। इसके बाद में महाराष्ट्र के सोलापुर में भी ट्रेन को पलटाने की कोशिश की गई थी। यहां के रेलवे ट्रेक पर सीमेंट का बड़ा पत्थर रखा मिला था। आपको बता दें की बीती 17 अगस्त को कानपुर-झाँसी रुट पर साबरमती एक्सप्रेस के 22 डिब्बे रेलवे ट्रैक से नीचे उतर गए थे। इस हादसे की भी जांच अभी चल रही है।