नई दिल्ली। नई दिल्ली। प्रयागराज (Prayagraj) में माफिया भाइयों अतीक अहमद और अशरफ अहमद को गोली मारने की दिल दहला देने वाली घटना के बाद से अब इस मामले में एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। अब खबर मिली है कि 15 अप्रैल को खूंखार गैंगस्टर भाइयों को मार गिराने वाले तीन शूटरों में से एक सनी सिंह की पुलिस से पूछताछ के दौरान जो खुलासा हुआ है वो हैरान कर देने वाला है। जिसको सुनने के बाद पुलिस के भी होश उड़ गए। सनी सिंह ने पुलिस को बताया है कि उन्होंने दिल्ली के जितेंद्र गोगी गिरोह से हथियार लिए थे। कानपुर का बाबर भी इसी गैंग से जुड़ा हुआ बताया गया है। बाबर ने ही इनका परिचय गोगी गैंग सा कराया था जिसके बाद गोगी गिरोह इन तीनों का इस्तेमाल करके दिल्ली एनसीआर में कुछ बड़ा करने की सोच रहा था।

कम समय में बड़ा नाम चाहते थे

लाइव हिंदूस्थान के हवाले से पता चला हहै कि पुलिस की गिरफ्त में आए तीनों आरोपी लारेंस विश्नोई से काफी प्रभावित थे और उसी के जैसा बनना भी चाहते थे। वे लोग कम समय में बड़ा नाम कमाना चाह रहे थे। इन तीनों अपराधियों में सनी सिंह सबसे खतरनाक अपराधियों में से क बताया जा रहा है। सनी सिंह के अपराध का कनेक्शन यूपी के कई जिलों से देखने को मिल रहा है। जालौन में भी सनी बड़ा क्राइम कर चुका है। साल 2019 में स्कार्पियो गाड़ी लूटकर भागने दौरान उसकी कदौरा पुलिस से मुठभेड़ भी हुई थी।

 तीनों आरोपियों का मास्टर प्लान

तीनों आरोपी 12 अप्रैल को अतीक अहमद और अशरफ (Ateeq Ahmed and Ashraf) की हत्या को अंजाम देने के लिए लखनऊ से बस पकड़कर प्रयागराज पहुंचे थे। जहां काल्विन अस्पताल से लगभग डेढ़ किलोमीटर दूर रेलवे स्टेशन के सामने तीनों एक ही होटल में रुके। पहले इनका प्लान 13 अप्रैल को ही कोर्ट में अतीक अशरफ को मारने का था, लेकिन पुलिस का काफी बदोंबस्त होने के चलते इन्हें मौका नहीं मिला। इसके बाद 15 अप्रैल के दिन इन्होंने काल्विन अस्पताल की रेकी की। इसके बाद तीनों ने मिलकर अतीक और अशरफ को गोली मारकर हत्या कर दी। अपने डर पर काबू पाने के लिए तीनों अतीक और अशरफ को मारकर जय श्री राम के नारे लगाने लगे।