नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर इन दिनों एसडीएम ज्योति मौर्य के कारनामे रोज देखने व सुनने को मिल रहे जा है। एसडीएम ज्योति मौर्य अब लोगों के घर में एक बड़ा उदाहरण बनकर साबित होने लगी है। जिसके चलते उनकी धोखे की कहानी का असर अब आम महिलाओं को भुगतना पड़ रहा है। अब जो लोग अपनी पत्नि को आगे बढ़ता हुआ देखना चाहते थे ऐसे पति भी पत्नि के पैरों पर लगाम की डोरी डालने लगे है। ऐसा ही एक मामला अभी हाल ही में देखने को मिला है जिसमें एक शख्स ने अपनी पत्नि का आगे ना पढ़ाने के चक्कर में एग्जाम हॉल में घुसकर परीक्षा दे रही पत्नी की आंसर शीट फाड़ दी।

अब पति पत्नि के रिश्ते में दरार बन रही ज्योति मोर्या की कहानी हर पत्नि के मन में खौफ पैदा कर चुकी है। पत्नि की आंसर शीट उसके पति ने यह कहकर फाड़ दी, मुझे नहीं पढ़ाना है। ऐसा कहकर वह एग्जाम हॉल से बाहर चला गया। पत्नी अब अपनी जिंदगीं को बिखरता देख फफक-फफककर रोने रही है। इस घटना का वीडियो सोशळ मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। यह मामला थाने भी पहुंच चुका है, लेकिन महिला ने कहा कि इस पर कोई कार्रवाई करने से मना कर दिया है।

पति ने एग्जाम हॉल में फाड़ दी आंसर शीट

पिछोर के छत्रसाल कॉलेज में शनिवार को भोज मुक्त यूनिवर्सिटी की बीए परीक्षा थी। मटया गांव की रहने आरती लोधी अपना थर्ड ईयर का समाजशास्त्र का एग्जाम दे रही थी। शाम करीब 4.45 बजे आरती का पति मनमोहन लोधी एग्जाम हॉल में पहुंचा। उसने पत्नी की आंसर शीट फाड़ दी। इस मामले को लोग उत्तर प्रदेश के ज्योति मौर्य प्रकरण से जोड़कर देख रहे हैं।

पत्नी ने कहा- कोई कार्रवाई नहीं चाहती

मनमोहन नाम के इस शख्स का गैरकानूनी तरीके से परीक्षा हॉल में घुसना और वहां पर परीक्षा दे रही पत्नि की आंसर शीट फाड़ना नियम को तोड़ने के बराबर था जिस पर कॉलेज प्रबंधन ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया। हालांकि, पत्नी के बयान लेने के बाद पुलिस ने मनमोहन को जाने दिया। प्राचार्य एसएस गौतम ने बताया कि महिला ने पति-पत्नी का विवाद बताकर आगे किसी कार्रवाई से इनकार कर दिया है।

बताया गया है कि आरती आगे की पढ़ाई अपने पिता के घर से कर रही थी और बीएं की परीक्षा फॉर्म मायके वालो द्वारा ही भरा गया था। लेकिन पति उसे आगे नहीं पढ़ाना चाहता है। आरती ने बताया कि पति उसे परेशान करता है, इसलिए वह उसके साथ नहीं रह रही है। अब उसने एग्जाम हॉल में आकर यह हरकत कर दी है।

क्या है ज्योति मौर्य केस…

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में रहने वाली ज्योति मौर्य की शादी 2010 में आलोक मौर्य से हुई थी। पति आलोक का कहना है कि शादी के बाद ज्योति अपनी पढ़ी के आगे जारी रखना चाहती थी इसलिए उसनें जी तोड़ मेहनत करके उससे अच्छी शिक्षा देने के लिए कोचिंग भी दिलाई। जिसके बाद साल 2015 में ज्योति का शासकीय पद पर चयन हो गया। लोक सेवा आयोग से महिला कैटेगरी में ज्योति तीसरे स्थान में आने के साथ ऑल ओवर 16वीं रैंक में थी। इसके बाद साल 2020 में ज्योति की जान-पहचान गाजियाबाद में तैनात जिला कमांडेंट, होमगार्ड से हुई। दोनों की बातचीत प्यार में बदल गई है जिसके बाद आलोग को अपनी जिंदगी से अलग करने की साजिशें रची जाने लगी।  मामला बढ़ता गया और पुलिस तक पहुंच गया। सोशल मीडिया पर ज्योति मौर्य का किस्सा वायरल हो गया।

शिवपुरी की आरती का पति मनमोहन उसे पढ़ाना नहीं चाहता। वह अलग रहकर पढ़ रही है। आंसर शीट फाड़ने के बाद इस महिला के रोने का वीडियो काफी वायरल हो रहा है अब लोगों का मानना है कि ज्योति मौर्य की करतूतों का असर आम महिलाओं को भोगना पड़ रहा है।