आज हम आपको प्रियंका मिश्रा के बारे में बता रहें हैं। जो की उत्तर प्रदेश में महिला सिपाही के पद पर कार्यरत रह चुकी हैं। प्रियंका मिश्रा मूलतः कानपुर की निवासी हैं और 2020 में वे उत्तर प्रदेश पुलिस में महिला सिपाही के पद पर निर्वाचित हुई है। प्रशिक्षण के बाद 2021 में उन्हें आगरा भेजा गया था। थाना एमएम गेट के पुलिस थाने में महिला हेल्पडेस्क पर वे कार्यरत थी।

सोशल मीडिया की रील ने बढ़ाई समस्या

प्रियंका मिश्रा हाथ में रिवाल्वर लेकर एक रील इंस्टाग्राम पर शेयर की थी। जो की काफी वायरल हुई थी। जिसके बाद काफी लोगों ने उन्हें ट्रोल किया था। ड्यूटी पर रहते हुए हाथ में रिवाल्वर लेकर रील बनाना प्रियंका मिश्रा को काफी महंगा पड़ा। जिसके बाद मामला एसएसपी मुनिराज जी.तक पहुंचा और प्रियंका मिश्रा को लाइन हाजिर किया गया। जिससे आहत होकर प्रियंका ने खुद ही इस्तीफ़ा दे दिया था और प्रशिक्षण में खर्च हुई धनराशि भी जमा करा दी थी।

इस बैकग्राउंड म्यूजिक पर बनाई थी रील

सितंबर 2021 में प्रियंका मिश्रा ने एक रील बनाकर इंस्टाग्राम की थी। यह रील “हरियाणा, पंजाब तो बेकार ही बदनाम हैं आओ कभी उत्तर प्रदेश, रंगबाजी क्या होती है…।” के बैकग्राउंड म्यूजिक पर बनाई गई थी। यह रील काफी वायरल हुई थी जिसके बाद प्रियंका के इंस्टाग्राम फालोअर बढ़ गए थे और उनकी संख्या 60 हजार से ज्यादा पहुंच गई थी। इस दौरान प्रियंका के कई और वीडियो भी सामने आये थे। आपको बता दें कि नौकरी से इस्तीफ़ा देने के बाद में प्रियंका को एक वेब सीरीज का ऑफर भी आया था।

अब ऐसे हैं हालात

पुलिस आयुक्त डाॅ. प्रीतिंदर सिंह ने इस बारे में बताते हुए कि प्रियंका मिश्रा ने प्रार्थना पत्र दिया था तथा आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने का हवाला देते हुए पुलिस में पुनः वापसी का आग्रह किया था। जिसके बाद सहायक पुलिस आयुक्त को जांच भेज दी गई थी। इस प्रकरण में संयुक्त निदेशक, अभियोजन राय ली गई है। उन्होंने नियुक्त नियुक्ति प्राधिकारी की और से निहित शक्तियों का प्रयोग करते हुए स्वविवेक का इस्तेमाल करते हुए निर्णय लेने की राय दी है।