नई दिल्ली। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर चाचा भतीजे के बीच अदावत देखने को मिल रही है। बड़े पावर यानी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष और चाचा शरद पवार ने महाराष्ट्र चुनाव से पहले सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर मांग की है कि भतीजे अजित पवार की पार्टी को घड़ी चुनाव चिन्ह के उपयोग करने से रोका जाए।

आपको बतादें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एसपी प्रमुख और अजीत पवार के चाचा शरद पवार ने सुप्रीम कोर्ट में जो याचिका दायर की है उसमें मांग किया है कि अजीत पवार गुट को चुनाव आयोग घड़ी की बजाय दूसरा चुनाव चिह्न आवंटित करे। शरद पवार ने कोर्ट से आग्रह किया है कि इसके लिए सर्वोच्च न्यायालय चुनाव आयोग को निर्देश दे कर अजित पवार द्वारा आवेदन मंगा कर दूसरा चुनाव चिन्ह आवंटित किया जाय।

आपको बता दें कि अजीत पवार ने शरद पवार से अलग होकर जब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की स्थापना की तो संख्या बल के आधार पर अजीत पवार के पास सबसे अधिक विधायक थे जिसकी वजह से चुनाव आयोग ने एनसीपी का चुनाव चिन्ह घड़ी अजीत पवार को आवंटित किया जिसका शरद पवार लगातार विरोध करते आए हैं।

शरद पवार ने सुप्रीम कोर्ट में दलील दी है कि लोकसभा चुनाव के समय शरद पवार गुट को जो चुनाव चिन्ह घड़ी दी गई उससे भ्रम होने की वजह से नुकसान हुआ है। दरअसल अजीत पवार को घड़ी चुनाव चिह्न दिया गया जिससे मतदाताओं में भ्रम की स्थिति रही और शरद पवार गट को इससे नुकसान उठाना पड़ा था।

शरद पवार ने सुप्रीम कोर्ट से यह भी मांग की है कि विधानसभा चुनाव का एरिया छोटा है जिसकी वजह से चुनाव चिन्ह को लेकर के भ्रम की स्थिति बनी रह सकती है। ऐसे में चुनाव आयोग को यह निर्देश दें कि जब तक इस मामले का निर्णय नहीं होता तब तक घड़ी चुनाव चिन्ह का उपयोग अजीत पवार गुट को नहीं करने दिया जाए। कोई दूसरा चिन्ह तब तक आवंटित किया जाए।
आपको बता दें कि इस मामले में न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति उज्जल भुइयां की पीठ ने आगामी 15 अक्टूबर को अगली सुनवाई की तारीख तय की है।