UD Tax News: राजस्थान में यु.डी. टैक्स क्या है और यह किस संपत्ति पर लगेगा। इसकी पूरी जानकारी हमनें अपने ब्लॉग tazahindisamachar.com पर दी है। यह टैक्स आप ऑनलाइन माध्यम से 31 मार्च 2025 तक भर सकते हैं। इंडिया में सरकार के पास माध्यम वर्ग से राजस्व एकत्र करने का बेहतरीन जरिया बना हुआ है। माध्यम वर्ग पर टैक्स की भरमार होती जा रही है। अमीरों के लोन माफ़ होते जा रहे हैं और माध्यम वर्ग के घर बैंक वाले चक्कर लगा रहे हैं।
राजस्थान में रहने वाले हर प्रॉपर्टी मालिक को अपनी जमीन या घर पर प्रॉपर्टी टैक्स देना होता है। इसे यहां यूडी टैक्स या भूमि कर भी कहते हैं। ये टैक्स नगर निगमों के लिए कमाई का एक जरूरी जरिया है, जिससे वो आपके शहर में विकास के काम करते हैं, जैसे स्कूल, सड़कें और अस्पताल बनवाना। अगर आपके पास कोई दुकान या फैक्ट्री जैसी कमर्शियल प्रॉपर्टी है, तो भी आपको इसका टैक्स भरना होगा।
अच्छी बात ये है कि राजस्थान सरकार ने प्रॉपर्टी टैक्स भरना बहुत आसान कर दिया है। अब आप घर बैठे ही ऑनलाइन पोर्टल, राजस्थान नगर निगम (Rajasthan Nagar Nigam) पर जाकर अपना टैक्स भर सकते हैं। इस पोर्टल पर आप अपनी टैक्स की रकम भी कैलकुलेट कर सकते हैं और प्रॉपर्टी से जुड़ी दूसरी जानकारी भी देख सकते हैं।
इस ब्लॉग में हम आपको बताएंगे कि राजस्थान में प्रॉपर्टी टैक्स भरने के लिए आपको क्या-क्या चाहिए और इसका ऑनलाइन पेमेंट कैसे करना है। साथ ही, हम आपको ये भी बताएंगे कि आपका टैक्स कितना बनेगा।
राजस्थान में प्रॉपर्टी UD टैक्स क्या है?
राजस्थान में प्रॉपर्टी टैक्स, जिसे यूडी टैक्स या भूमि कर भी कहते हैं, नगर निगमों की कमाई का मेन सोर्स है। शहरों में जितनी भी प्रॉपर्टी है, चाहे वो घर हो, दुकान हो, फैक्ट्री हो या खाली जमीन, सब पर प्रॉपर्टी टैक्स लगता है।
राजस्थान सरकार इस पैसे का इस्तेमाल शिक्षा, सड़कें, स्वास्थ्य और दूसरी जरूरी योजनाओं पर करती है। ये टैक्स नगर निगम लगाता है, जो राजस्थान के शहरी विकास कर विभाग के अंडर आता है।
Rajasthan UD tax latest news
मार्च 2023: जयपुर नगर निगम (JMC) हेरिटेज और JMC ग्रेटर 31 मार्च से पहले ज्यादा से ज्यादा शहरी विकास कर वसूलने पर ध्यान दे रहे हैं। टैक्स भरने की लास्ट डेट 31 मार्च थी। JMC ग्रेटर ने तब तक 41 करोड़ रुपये टैक्स के तौर पर जमा कर लिए थे और उम्मीद थी कि अगले दस दिनों में 7 से 10 करोड़ रुपये और जमा हो जाएंगे। उनका टारगेट लगभग 90 करोड़ रुपये वसूलने का था। वहीं, JMC हेरिटेज के अधिकारी लोगों को याद दिला रहे थे और मैरिज गार्डन व दावतों से टैक्स वसूलने के लिए स्पेशल कैंप भी लगाए गए थे क्योंकि इन पर काफी टैक्स बकाया था। अधिकारियों का कहना था कि आमतौर पर 20 मार्च से 31 मार्च के बीच विभाग 7 से 10 करोड़ रुपये का टैक्स वसूल लेता है।
How To Calculate UD tax in rajasthan
राजस्थान में प्रॉपर्टी टैक्स कितना लगेगा, ये आपकी प्रॉपर्टी के टाइप और आप उसका इस्तेमाल कैसे करते हैं, इस पर डिपेंड करता है। अलग-अलग तरह की प्रॉपर्टी के लिए टैक्स का परसेंटेज अलग-अलग होता है। यहां कुछ फॉर्मूले दिए गए हैं जिनकी मदद से आप अपने प्रॉपर्टी टैक्स का अंदाजा लगा सकते हैं:
आवासीय मकान के लिए: (प्लॉट एरिया (वर्ग गज) X डीएलसी आवासीय दर) / 2000
आवासीय अपार्टमेंट के लिए: (फ्लैट बिल्ड-अप एरिया (वर्ग गज में) X डीएलसी आवासीय दर) / 2000
व्यावसायिक प्रॉपर्टी के लिए: (प्लॉट एरिया / बिल्ड-अप एरिया (जो भी ज्यादा हो) (वर्ग गज में) x डीएलसी कमर्शियल रेट) / 2000
संस्थागत मकान के लिए: (प्लॉट एरिया/बिल्ड अप एरिया (वर्ग गज) x डीएलसी इंस्टीट्यूशनल रेट) / 2000
औद्योगिक मकान के लिए: (प्लॉट एरिया/बिल्ड-अप एरिया (जो भी ज्यादा हो) (वर्ग गज में) x डीएलसी औद्योगिक दर) / 2000