नई दिल्ली। Jaipur Fire नए साल की शुरूआत होने से पहले यह साल राजधानी जयपुर में लगी भीषण आग एक कड़वी यादें छोड़ते जा रहा है। आज तड़के अजमेर रोड पर सीएनजी गैस से भरे टैंकर में भीषण ब्लास्ट होने से पास खड़े कई वाहन भी इसकी चपेट में आ गए। जिससे इस आग की लपटों मे आठ लोग जिंदा जल गए। इस भीषण आग की लपटो में कई घायल जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। इस हादसे में कुल 41 लोग घायल हुए हैं। जिन्हें पास ही के एसएमएस अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया है। जिनका इलाज चल रहा है।
इस घटना की जानकारी मिलते ही सीएम भजनलाल शर्मा और चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर तुंरत घायलों से मिलने अस्पताल पहुंचे। जिसके बाद घटनास्थल पर जाकर मुख्यमंत्री ने वहां का नजारा देखा, उस स्थान पर अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
50 मीटर ऊंची उठी लपटें
यह दिल दहला देने वाला हादसा अजमेर रोड पर भांकरोटा पेट्रोल पंप के पास हुआ है। इस हादसे में पास खड़े वाहन से लेकर करीब ढाई दर्जन लोग आग की चपेट में आ गए है। ये बलास्ट इतना विकराल था कि इसकी आग की लपटें 50 मीटर ऊंची आसमान को छूते नजर आ रही थीं। धमाके की आवाज 10 किलोमीटर दूर तक सुनाई दी थी।
इस हादसे के बाद अजमेर रोड़ पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर रेस्क्यू ऑपेरशन चलवा रहे हैं। जले हुए वाहनों में लाशों की तलाश की जा रहा है. चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह एसएमएस अस्पताल में घायलों को इलाज पर निगरानी रखे हुए हैं.
साल 2024 मे इस घटना के होने के बाद लोग 15 साल पहले 29 अक्टबूर 2009 में हुई ऐसी ही एक घटना को याद कर रहे है। जिसमें यह हादसा शहर से 15 किलोमीटर दूर इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के डिपो में हुआ था। वहां भीषण आग लगने से तीन किलोमीटर तक के रहवासी और औद्योगिक क्षेत्र प्रभावित हुए थे।
11 की गई जान, 11 दिन तक जलता रहा डिपो
29 अक्टबूर 2009 में ऑयल डिपो में लगी भीषण आग से 11 लोगों की जान चली गई थी। वहीं, हादसे में 50 लोग घायल हुए थे। आग इतनी भयंकर थी कि 11 दिन तक इसे बुझाया नहीं जा सका था।