नई दिल्ली: नवरात्रि के चौथे दिन माता कूष्मांडा की पूजा की जाती है जो सौरमंडल की अधिष्ठात्री देवी मानी गई हैं। मंद हंसी के द्वारा ब्रह्मांड को उत्पन्न करने के कारण ही इनका नाम कूष्मांडा पड़ा। 18 अक्टूबर 2023 यानि की आज के दिन मां कूष्मांडा की उपासना की जा रही है। आज के दिन इस आदि शक्ति की उपासना करने से शरीर के रोग, दोष, शोक दूर हो जाते है।
मां कूष्मांडा का भोग
ब्रह्मांड का सृजन करने वाली माता कूष्मांडा माता को उनके पसंदीदा भोग से भी प्रसन्न किया जाता है। मां कूष्मांडा को आज के दिन लोग मालपुए का भोग लगाते है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन ब्राह्मणों को मालपुए खिलाने से बुद्धि का विकास होता है और निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है। जानिए कैसे बनाए पनीर मालपुआ
मालपुआ बनाने के लिए जरूरी सामग्री-
-100 ग्राम पनीर, कद्दूकस
-100 ग्राम खोया , कद्दूकस
-50 ग्राम अरारोट
-120 मिली. दूध
-¼ टी स्पून इलायची पाउडर
-तलने के लिए घी
-1 कप चीनी
-120 मिली. पानी
-1/8 टी स्पून केसर
-बादाम , टुकड़ों में कटा हुआ
पनीर मालपुआ बनाने का तरीका
पनीर मालपुआ बनाने के लिए सबसे पहले पनीर और खोया के एक बर्तन में निकालकर अच्छी तरह से मिक्स कर लें इसके बाद उसमें, इलायची पाउडर और अरारोट और दूध को मिलाकर एक गाड़ा मिश्रण तैयार कर लें। अब एक पैन में चीनी, पानी और केसर डालकर उसकी चाश्नी तैयार करें। चाश्नी को तब तक पकाएं जब तक यह घोल तार न छोड़ने लगे। अब, पैन में घी को गर्म करके उसमें चम्मच की मदद से मिक्सचर डालकर दोनों तरफ से हल्का भूरा रंग होने तक तलें। जब मालपुआ अच्छी तरह तल जाएं तो इन्हें चाशनी में डिप करके छोड़ दें। थोड़ी देर बाद चाश्नी में से मालपुआ को निकालकर बादाम से गार्निश करके सर्व करें।