राजस्थान शिक्षक भर्ती 2022 के लेवल-2 के सफल अभ्यर्थियों की नौकरी को लेकर संशय बना हुआ है। भर्ती परीक्षा में शामिल विवादित प्रश्नों को लेकर उठे विवादों के बीच, राज्यभर में शिक्षक अभ्यर्थी जगह-जगह प्रदर्शन कर रहे हैं।
उनकी चिंता का मुख्य कारण राजस्थान हाईकोर्ट द्वारा दिए गए आदेश हैं, जिसके तहत कर्मचारी चयन बोर्ड को विवादित प्रश्नों की जांच के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन करने के निर्देश दिए गए थे। अब इस जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिससे अभ्यर्थियों की नौकरी पर मंडराया संकट और गहरा हो गया है।
कर्मचारी चयन बोर्ड का बयान
हालांकि, कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक राज ने इस मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा है कि अभी तक किसी तरह का फैसला नहीं लिया गया है। आलोक राज का कहना है कि वर्तमान में बोर्ड पूरी तरह से सीईटी परीक्षा पर ध्यान केंद्रित कर रहा है, और उसके बाद ही शिक्षक भर्ती 2022 की जांच रिपोर्ट जारी की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है, लेकिन विवादित प्रश्नों के उत्तरों में संशोधन की संभावना को नकारा नहीं जा सकता।
नए सिरे से परिणाम जारी होने की संभावना
विशेषज्ञ समिति की रिपोर्ट के बाद अगर विवादित प्रश्नों के उत्तरों में कोई संशोधन होता है, तो इसके परिणामस्वरूप भर्ती परीक्षा के परिणाम नए सिरे से जारी किए जा सकते हैं। इससे उन अभ्यर्थियों की स्थिति पर भी असर पड़ सकता है जिन्होंने पहले सफलतापूर्वक परीक्षा उत्तीर्ण की थी। यह स्थिति अभ्यर्थियों में असमंजस और तनाव का कारण बन रही है।
अभ्यर्थियों का प्रदर्शन
इस अनिश्चितता के माहौल में, शिक्षक भर्ती के उम्मीदवार लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं और जल्द से जल्द स्थिति स्पष्ट करने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि वे पहले ही लंबे समय से इस भर्ती प्रक्रिया में शामिल हैं और अब अनिश्चितता के चलते उनकी मेहनत पर पानी फिरने का डर है।