नई दिल्ली। भगवान का दरबार ही ऐसा है जहां भक्त अपनी मन की बात को पहुंचा जा सकता है। और जब उसकी मनोकामना पूर्ण हो जाती है। तो उस पत्थर की मूर्ति से भी भक्त की आस्था जाग उठती है। फिर बात खाटू धाम बाबा की हो, तो इस दरबार से भक्त कभी खाली हाथ नही जाता है। इस बात का जीता-जागता उदाहरण अभी हाल ही मे देखने को मिला। जब एक भक्त अपने बाबा के दर्शन करने के लिए रात 12 बजे उनके दरबार जा पहुचा। लेकिन मंदिरों परम्परा के आगे वो बैचेन हो गया। क्योकि नियमों के मुताबिक शयन आरती के बाद हर मंदिर के कपाट कात को बंद कर दिए जाते है और सुबह ही कपाट खोले जाते हैं।

मगर यूपी के हरदोई में एक भक्त के सामने पहली बार श्री खाटू श्याम मंदिर के कपाट को रात 12 बजे खोलने को मजबूर होना पड़ा।  हरदोई के प्रसिद्ध श्री खाटू श्याम मंदिर के पुजारी पंडित रविशंकर मिश्र के अनुसार उन्हें सूचना मिली कि एक भक्त दंडवत परिक्रमा करते हुए श्री खाटू धाम में दर्शन करने के लिए आ रहा है. ऐसे में रात के समय भक्त का अपने प्रभु के दर्शन कराना मुश्किल था। लेकिन भक्त की अपनार भक्ति देख मंदिर कमेटी की ओर से भक्त और भगवान के मिलन को कराने की अनुमति देते हुए रात में कपाट खोल दिए गए। इसके बाद भक्त ने अपने बाबा श्री खाटू श्याम के दर्शन किए। वहीं पुजारी ने बताया कि रात साढ़े नौ बजे शयन आरती के बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं और फिर सुबह ही खोले जाते हैं।

मन्नत पूरी होने पर दंडवत आकर किये दर्शन

दरअसल, राहुल भारती नाम का युवा भक्त अपनी माता जी के स्वास्थ को ठीक करने की मनोकामना लेकर आया था। उनकी मां को हार्ट की प्रॉब्लम थी जिसके तब उसने राजस्थान के श्री खाटू धाम में अरदास लगाकर अपनी मां के स्वस्थ होने की कामना की थी। और बाबा के चमत्कार से मां पूर्ण स्वस्थ भी हो गईं. मन्नत पूरी होने पर वो अपने पूरे परिवार के साथ हरदोई में स्थित बाबा श्री खाटू श्याम मंदिर में दंडवत परिक्रमा करते हुए दर्शन करने के लिए रात में ही निकल पड़ा।