नई दिल्ली। आज के समय में प्रेमानंद महाराज हर किसी के दिल मेम राज कर रहे है। भगवान का स्वरूप माने जाने वाले प्रेमानंद महाराज से हर कोई मिलना चाहता है। लोग उनके दर्शन मात्र से अपनी परेशानियों को दूर कर लेते हैं। आज के समय में उनके भक्त देश से ही नही विदेश से भी आते है। और गुरूजी हर भक्त से खुलकर बात करते हुए उन्हें प्रभु से जुड़ने का रास्ता बताते है। यदि आप भी मथुरा वृन्दावन पहुंचकर उनके दर्शन करना चाहते हैं। तो आइए आज हम आपको बताएंगे महाराज जी के दर्शन कैसे कर सकते है। जानें महाराज जी से मिलने का सही समय..

केलिकुंज आश्रम में मिलेगें प्रेमानन्द महाराज

प्रेमानन्द महाराज से मिलने के लिए आपको मथुरा-वृन्दावन पहुचने के बाद श्री हित राधा केली कुंज आश्रम में आना होगा।  यहां आने के बाद आप भक्तिवेदांत हॉस्पिटल के गेट पर जाएं। इसी गेट के बाहर लोगों की भीड़ महाराज जी के सत्संग और प्रवचन सुनने के लिए लाइन में लगती हैं। इसके बाद लोग इस गेट से अंदर जाकर केलिकुंज आश्रम पहुंचते है।

क्या है आश्रम खुलने और बंद होने का समय?

महाराज जी से मिलने के लिए इस आश्रम का गेट सुबह 03:30 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है। सके बाद जो लोग दर्शन नही कर पाते हैं वे लोग इस गेट पर रात 11 से 12 बजे के तक लाइन लग जाते हैं। लाइन में लगे भक्तों में कुछ लोगों को ही सत्संग और प्रवचन में पहुंचने का सौभाग्य प्राप्त हो पाता है। बाकि के लोग हॉल के नीचे लगी LED टीवी से महाराज जी का दर्शन करने के साथ सत्संग सुनकर कृतार्थ हो जाते हैं।

आश्रम में कब तक दर्शन देते हैं महाराज प्रेमानन्द?

महाराज प्रेमानन्द अपने भक्तों को सुबह 03:30 बजे आश्रम खुलने के बाद लगभग 04:20 तक आश्रम में पहुंचकर भक्तों के बीच सत्संग शुरू कर देते हैं। सत्संग सुबह 6 बजे तक चलता है. उसके बाद राधा जी की आरती चलती है. उसके बाद गुरुजी सुबह 08:15 के बीच दोबारा आश्रम जाते हैं और सुबह 09:00 तक आश्रम में रहते हैं। इस बीच गुरुजी भक्तों से बात करके उनके उलक्षनों को सुलक्षाते है।