सांप को दुनिया के सबसे खतरनाक और विषैले जीवों में से एक माना जाता है। इनके सामने आने पर ज्यादातर लोग भयभीत हो जाते हैं। सांप की एक खास आदत होती है जो सभी ने देखी होगी — बार-बार अपनी जीभ बाहर निकालना। इसे देखकर कई लोगों के मन में सवाल उठता है कि आखिर सांप ऐसा क्यों करते हैं।

दरअसल, सांप बार-बार अपनी जीभ इसलिए निकालते हैं क्योंकि उनकी जीभ ही उनका सबसे महत्वपूर्ण संवेदी अंग होता है। सांप अपनी जीभ का उपयोग सूंघने, स्वाद लेने और आसपास के माहौल को महसूस करने के लिए करते हैं। उनकी जीभ फोर्क-शेप (दो शाखाओं वाली) होती है, जो उन्हें आसपास के केमिकल्स और सुगंध का पता लगाने में मदद करती है।

सांप जीभ क्यों निकालते हैं?

जब सांप अपनी जीभ बाहर निकालते हैं, तो वे हवा में मौजूद छोटे-छोटे कणों और सुगंध को अपनी जीभ पर कैद कर लेते हैं। इसके बाद, वे अपनी जीभ को मुंह के अंदर वापस ले जाते हैं और वामरनासल अंग, जिसे जैकब्सन का अंग भी कहा जाता है, के संपर्क में लाते हैं। यह अंग उनके मुंह की छत पर स्थित होता है और यहाँ पर ये सूक्ष्म कण विश्लेषित होते हैं। इस प्रक्रिया से सांप को अपने आसपास के वातावरण की जानकारी मिलती है, जैसे कि शिकार की दिशा, खाने का स्रोत, या किसी संभावित खतरे का आभास।

सुरक्षा और शिकार का पता लगाने में सहायक

सांप की यह आदत उन्हें भोजन की खोज और खतरे से बचने में मदद करती है। जीभ की मदद से वे शिकार की स्थिति और दिशा का पता लगाते हैं, साथ ही यह भी समझते हैं कि कोई अन्य जीव उनके लिए खतरा तो नहीं है। इसका मतलब है कि सांप की जीभ उनकी जीवन रक्षा और अस्तित्व के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होती है।