नई दिल्ली- राजस्थान में विधानसभा चुनाव जितने नजदीक आ रहा है दोनों पार्टी के बीच सरगर्मियां तेजी से बढ़ती जा रही है। दोनों पार्टियों के बीच की तकरार भी देखने को मिल रही है। इस सियासी जंग में विरोधी पार्टी का पत्ता साफ हो सके लिए दोनों पार्टी हर दांव पेच खेलने को तैयार है। इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर एक आफत आने से मामला थोड़ा गर्म हो गया है। उनके बेटे वैभव के घर परिवर्तन निदेशालय की टीम ने छापा मारा है। इस बात को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत काफी भड़के नजर आ रहे है।
राजस्थान में अचार संहिता लगने के बाद तुनाव की वोचिंग की डेट भी सामने आ चुकी है 25 नवंबर को मतदान होना है लेकिन इसके पहले ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पर आफत के आसमान बादल छा गए है। बेटे के घर पर पड़ी निदेशालय की टीम की लगातार छापेमारी से मुख्यमंत्री काफी परेशान हो रहे है। उनकी तरफ से बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि सरकारी एजेंसियों का गलत उपयोग किया जा रहा है। यह पूरी तरह से गलत है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे कहा कि देश के हालात बहुत ही चिंताजनक होते जा रहे हैं एजेंसियों के जिम्मेदार लोगों से गलत काम करवाया जा रहा है इस गलत इस्तेमाल से मैसेज गलत जा रहा है और पूरे देश आज बेहाल है और परेशान है।
हम आपको बता दें कि 30 अक्टूबर से राजस्थान में विधानसभा चुनाव के नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी इसके लिए सभी राजनीतिक दल अपनी पूरी ताकत चुनाव के मैदान में लगा रहे है। जिसमें राजस्थान में अपनी सरकार लाने के लिए भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी दोनों ही पूरे दमखम के साथ चुनावी मैदान में अपना झंडे गाड़ रही, है।
इस बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि राजस्थान में परिवर्तन निदेशालय की टीम ने परेशान कर रही है। जो यह सभी काम भारतीय जनता पार्टी की ओर से किया जा रहे है केंद्र की सरकार राजस्थान में अपनी सरकार लाने के ले किसी भी हद तक जा सकती है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इसकी जानकारी देते हुए खुद बताया कि मेरे बेटे के घर पर छापेमारी चल रही है। और सामान भेजा गया है। कि संबंध को लेकर अब अलग सी कहानी भी गढ़ी जा रही है।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आगे कहा की राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी कुछ भी कर लें लेकिन कांग्रेस इन सब छोटी-छोटी चीजों से डरने वाली नहीं हैं। वो पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में है और राजस्थान की जनता का भी पूरा साथ उनके साथ है।