आपको बता दें कि 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों का समय धीरे धीरे सामने आता चला जा रहा है। इस वर्ष के अंत में तेलंगाना तथा मिजोरम के साथ साथ हिंदी बेल्ट के भी तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें मध्य प्रदेश , छत्तीसगढ़ तथा राजस्थान शामिल हैं। इन तानों राज्यों के तीन बीजेपी दिग्गजों को लेकर अब सवाल उठने शुरू हो गए हैं।
इनमें से एक वसुंधरा राजे हैं जो की दो बार राजस्थान की सीएम रह चुकी हैं। दूसरे रमन सिंह हैं जो की तीन बार छत्तीसगढ़ के सीएम रह चुके हैं। तीसरे नंबर पर शिवराज सिंह हैं जो की इससे भी पहले तीन बार मध्य प्रदेश के सीएम रह चुके हैं। बीजेपी ने इस बार इन तीनों क्षेत्रों में सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने का फैसला किया है यानी इस बार पार्टी की और से सीएम चेहरा किसी को नहीं बनाया जाएगा।
रमन सिंह का कट सकता है टिकट
माना जा रहा है की अब बीजेपी इन तीनों राज्यों में उनके उत्तराधिकारी की तलाश में जुटी हुई है। यह संभावना भी बनती दिखाई पड़ रही है की रमन सिंह को शायद इस बार टिकट ही न दिया जाये। फिलहाल वे राजनांदगांव से विधायक हैं। अब तक बीजेपी छत्तीसगढ़ की 21 सीटों पर उम्मीदवारों का एलान कर चुकी है। लेकिन अभी तक यह साफ़ नहीं हो पाया यही की रमन सिंह चुनाव लड़ेंगे या नहीं।
मध्य प्रदेश तथा राजस्थान में भी अभी तक पार्टी ने शिवराज सिंह तथा वसुंधरा राजे का चेहरा प्रोजेक्ट नहीं किया है। आगे भी इसकी संभावना नह लग रही है। अतः वसुंधरा राजे तथा शिवराज सिंह चुनाव तो लग सकते हैं लेकिन वे शायद सीएम चेहरा नहीं बन पाएंगे।
मध्य प्रदेश में बीजेपी ने तीन केंद्रीय मंत्रियों को चुनावी मैदान में उतार कर सीएम का विकल्प खुला रखा है। बीते दिनों बीजेपी ने जब राजस्थान में अपनी चुनावी टीम का ऐलान किया था तो भी कई सवाल उठे थे। इसे पूर्व सीएम वसुंधरा राजे तथा उनके समर्थकों को स्थान नहीं दिया गया था।
मध्य प्रदेश में कई नाम आये सामने
मध्य प्रदेश में बीजेपी ने अब तक 79 सीटों पर अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। इसमें कई चौकाने वाले नाम भी सामने आये हैं। बीजेपी ने 3 केंद्रीय मंत्रियो सहित 7 सांसदों को टिकट दिया है। कैलाश विजयवर्गीय भी इस बार मध्य प्रदेश में एक्टिव पॉलिटिक्स का हिस्सा बने रहेंगे। इसके अलावा नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह, सांसद राकेश सिंह, गणेश सिंह तथा रीति पाठक आदि को भी टिकट दिया गया है।