नई दिल्ली: राजस्थान में विधानसभा चुनाव जितने नजदीक आ रहा है भाजपा से लेकर कांग्रेस पार्टी अपने कुनबो में कई तरह के बदलाव करते नजर आ रही है। जिसके चलते दोनों पार्टी के दावेदारों के बिगड़े बोल भी सुनने को मिल रहे है। अब कांग्रेस पार्टी में विज्ञापन वाला पोस्टर खेल शुरू हो गया है।
अब सड़कों पर लगने वाले पोस्टरो में भी बदलाव किया गया है। जिसके अंतर्गत अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तस्वीर के साथ खड़े प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा को हटाकर सोनिया गांधी, राहुल गांधी की तस्वीर लगाई जा रही है। डोटासरा की तस्वीर पोस्टर से गायब हो गई है।
अब जयपुर में लगे नए पोस्टरों में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, सचिन पायलट की तस्वीरें लगी हुई देखने को मिल रही है। जिसके पीछे का बड़ा कारण सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों गोविन्द सिंह डोटासरा के घर पर ईडी का छापा पड़ा था। उसे देखते हुए कांग्रेस पार्टी ने नई रणनीति के तहत पोस्टर में आलाकमान की एंट्री करा दी है।
गौरतलब है कि इससे पहले के पोस्टर में सिर्फ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ही तस्वीर देखने को मिलती थी। जिसे लेकर जयपुर से दिल्ली तक हंगामा हुआ और उस विज्ञापन वाले पोस्टर में कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा को जगह मिल पाई थी।
भाजपा के इन अभियानों से घेरा
दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी भी कांग्रेस के अभियान को भ्रष्टाचार से जोड़ते हुए कई नारे निकाल रही है। जिसमें ‘कर्ज में किसान, नहीं सहेगा राजस्थान’, ‘भ्रष्टाचार खुलेआम, नहीं सहेगा राजस्थान’, ‘अपराध बेलगाम, नहीं सहेगा राजस्थान’, ‘पेपरलीक से युवा परेशान, नहीं सहेगा राजस्थान’, ‘बहन बेटियों का अपमान, नहीं सहेगा राजस्थान’ जैसे मुद्दों को उठाकर भाजपा कांग्रेस सरकार को घेरती नजर आ रही है। भाजपा लगातार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रही है जिसका असर कांग्रेस के नए चुनावी पोस्टर्स पर भी पड़ गया है।
गोविंद सिंह डोटासरा पर लगा था आरोप
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक होने के मामले में आरपीएससी सदस्य बाबूलाल कटारा के पकड़े जाने के बाद पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और उनके परिवार पर भी बड़ा आरोप लगाया था। राजेन्द्र राठौड़ ने कहा था कि कटारा की मेहरबानी से ही डोटासरा का पूरा कुनबा आरएएस बन गया है।