नई दिल्ली: जैसे जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे है वैसे वैसे प्रत्याशियों को लेकर कांग्रेस में खीचातानी शुरू होने लगी है। अब कांग्रेस में बैठे कुछ विधायकों को दोबारा चिकिट ना दिए जाने को लेकर विरोध किया जा रहा है। राज्य चुनाव समिति की ओर से होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए उम्मीदवारों के नामों लिस्ट सामने रखी है। और उसके साथ ही समिति ने संभावित नामों के साथ लिस्ट के साथ कुछ टिप्पणियां भी दर्ज की, जिसे शुक्रवार को दिल्ली में स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में पेश किया जाएगा।
कांग्रेस पार्टी के ‘वॉर रूम’ में हुई शुक्रवार की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और समिति के अन्य सदस्य शामिल हुए। इस बैठक में मौजूद विभिन्न निर्वाचन क्षेत्रों के पार्टी कार्यकर्ताओं ने मौजूदा पार्टी विधायकों के खिलाफ विरोध करना शुरू कर दिया और पार्टी से मांग की इन विधायकों को दोबारा टिकट नहीं दी जाए।
‘सभी को अपनी बात रखने का अधिकार’- डोटासरा
बैठक समाप्त होने के बाद डोटासरा ने एक बातचीत में बताया, ‘सभी कांग्रेस कार्यकर्ता को अपनी बात रखने का विशेष अधिकार प्राप्त है। यदि कोई अपने विचार व्यक्त करता है, तो उसकी बातों को सुना जाएगा और जो भी उचित होगा उसे स्क्रीनिंग कमेटी को बताया जाएगा।’
अशोक गहलोत ने इस बात पर सफाई देते हुए कहा कि चुनाव के दौरान किसी सांसद या विधायक के खिलाफ एक तरह की असमान्य टिप्पणी आना कोई बड़ी बात नही है. उन्होंने कहा, ‘क्योकि इस तरह की टिप्पणी में सच्चाई भी हो सकती है और षड्यंत्र भी हो सकता है। जो हमेशा से चलता आया है और अंततः पार्टी उचित निर्णय लेते हुए उसी योग्य उम्मीदवार को टिकट देगा जो जीतने योग्य है वही हम सभी को स्वीकार होगा.’
चुनाव अभियान शुरू
सीएम गहलोत ने कहा कि पार्टी में सब चीजें सही तरीके से चल रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि 16 अक्टूबर को को कांग्रेस पूर्वी राजस्थान के बारां जिले से चुनाव अभियान शुरू किया जाएगा जिसमें पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इस जनसभा को संबोधित करेंगे। उसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी 20 अक्टूबर को दौसा के सिकराय में रैली को संबोधित करेंगी।