Rajasthan New Village List: राजस्थान के शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में विकास की एक और बड़ी खबर आई है। विधायक बाबूसिंह राठौड़ की सिफारिश पर राजस्थान सरकार के राजस्व विभाग ने एक साथ 29 नए राजस्व गांवों की घोषणा कर दी है। इसके साथ ही, अब शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कुल 296 नए राजस्व गांव हो गए हैं, जो पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा हैं!
शेरगढ़ के विधायक बाबूसिंह राठौड़ दूर-दराज की उन ढाणियों को राजस्व गांव का दर्जा दिलाना चाहते थे, जहां मूलभूत सुविधाओं की कमी थी। इसके लिए उन्होंने खुद प्रस्ताव तैयार करके राज्य सरकार को भेजे थे। उन्हीं कोशिशों का नतीजा है कि अब 29 और नए गांवों को राजस्व गांव का दर्जा मिल गया है। इससे पहले भी 267 नए गांवों को यह दर्जा मिल चुका था। नए राजस्व गांव घोषित होने से इलाके के ग्रामीणों में खुशी की लहर है।
ये बने हैं 29 नए राजस्व गांव:
विधायक राठौड़ के निजी सहायक मगाराम प्रजापत ने बताया कि ग्राम पंचायत कनोडिया पुरोहितान में दादोसानगर कनोडिया, ग्राम पंचायत चाबा में सुमेरसिंह नगर, प्रभुनगर, शहीद दमाराम नगर, पन्नाजी नगर, ग्रामपंचायत लुम्बानसर में जसवन्तगढ़, ग्राम पंचायत हनवन्तनगर में श्रीआइनाथ नगर एवं खाजुनगर, ग्राम पंचायत खिरजा खास में खिरजा नगजी व रूपनगरखिरजा, ग्राम पंचायत हिम्मतपुरा में सोनाणगढ़, ग्राम पंचायत देवराजगढ़ में उदयगढ़, ग्राम पंचायत सिंयादा में शैतानसिंह नगर, ग्राम पंचायत गड़ा में जैतमालगढ़, ग्राम पंचायत शेरगढ़ में हिन्दसागर, ग्राम पंचायत तेना में उदयनगर, ग्राम पंचायत देवीगढ़ में आषापुरा नगर, ग्राम पंचायत सोलंकियातला में विषनगढ़, ग्राम पंचायत देवातु में खिंवनगर व सतीदानगढ़, ग्राम पंचायत नाथड़ाऊ में राघुदेव नगर, ग्राम पंचायत बन्नों का बास में शहीद सतीदानसिंह नगर, ग्राम पंचायत देवनगर में श्रीशक्तिनगर, श्री केशरीया कंवर नगर व भैरूनगर, ग्राम पंचायत ढाढणियां भायला में बालाजी नगर व जोगमाया नगर, ग्राम पंचायत ढाढणियां सांसण में मंगलेश्वर नगर एवं ग्राम पंचायत राजगढ़ में श्री चामुण्डानगर सहित कुल 29 नए राजस्व ग्राम घोषित हुए हैं।
विकास की राह होगी आसान:
विधायक बाबूसिंह राठौड़ का कहना है कि राजस्व गांव बनने से इन इलाकों में विकास के काम तेजी से होंगे। केंद्र और राज्य सरकार की नीतियों के अनुसार, हर राजस्व गांव को प्रधानमंत्री सड़क योजना, स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र जैसी जरूरी सुविधाओं से जोड़ा जाता है। उनकी हमेशा से यही सोच रही है कि ज्यादा से ज्यादा राजस्व गांव बनें ताकि हर गांव में बुनियादी सुविधाएं पहुंच सकें। बजट में भी गांव के आधार पर घोषणाएं होती हैं। यही वजह है कि राजस्थान में सबसे ज्यादा राजस्व गांव शेरगढ़ विधानसभा क्षेत्र में बने हैं।