Food Security Plan: जयपुर जिले में खाद्य सुरक्षा योजना में गड़बड़झाला थमने का नाम नहीं ले रहा है। खबर है कि जनवरी, फरवरी और मार्च के महीनों में फागी, माधोराजपुरा और आसपास के गांवों में करीब एक करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत का 4 हजार क्विंटल गेहूं दुकानों तक पहुंचने से पहले ही खुर्द-बुर्द हो गया, मतलब गायब हो गया! और जब ये मामला सामने आया, तो जिला रसद विभाग के अधिकारी सच छुपाने में जुट गए हैं। राजस्थान में इन तीन महीनों में ये 4 हजार क्विंटल गेहूं आखिर कहां गया, ये बड़ा सवाल है।

अब खबर ये भी आ रही है कि जिन इलाकों में गेहूं गायब हुआ है, वहां की पोस मशीनों को दूसरी जगहों पर ले जाकर गेहूं बांटा जाएगा। ताकि गेहूं के गायब होने का ये मामला ज्यादा तूल न पकड़े।

ऐसे छुपा रहे हैं सच

सूत्रों की मानें तो जनवरी, फरवरी और मार्च के महीने में माधोराजपुरा में 999 क्विंटल, फागी शहरी इलाके में 500 क्विंटल और फागी ग्रामीण इलाके में 245 क्विंटल गेहूं गायब हुआ है। दबी जुबान में अधिकारी ये भी कह रहे हैं कि ऐसा सिर्फ इन्हीं इलाकों में नहीं हुआ है, बल्कि और भी जगहों पर हुआ है। अगर इस मामले की ठीक से जांच हो जाए, तो एक बहुत बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। राशन की दुकानों पर जब लोगों को गेहूं नहीं मिलता तो वो परेशान होते हैं, और अगर गेहूं पहुंच भी जाए तो लाभार्थियों की पहचान में दिक्कतें आने लगती हैं।

फैक्ट चेक:

यह खबर जयपुर जिले में खाद्य सुरक्षा योजना में हुई कथित गड़बड़ी पर आधारित है, जैसा कि जिला रसद विभाग के सूत्रों और रिपोर्टों में सामने आया है। इसमें जनवरी से मार्च 2025 के बीच लगभग 4 हजार क्विंटल गेहूं के गायब होने और अधिकारियों द्वारा मामले को दबाने की कोशिश की बात कही गई है।