राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गुरुवार को गृह विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान पुलिस अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि राज्य में अपराधियों की कोई खैर नहीं है।
सीएम ने कहा कि पुलिस की सजगता और सतर्कता कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, और उन्होंने अपराधियों में पुलिस का इतना खौफ पैदा करने पर जोर दिया कि वे या तो अपराध छोड़ दें या प्रदेश छोड़कर चले जाएं।
असामाजिक तत्वों पर लगे रोकथाम
मुख्यमंत्री ने बैठक में उपस्थित पुलिस अधिकारियों से कहा कि अराजकता और अशांति फैलाने वाले असामाजिक तत्वों की रोकथाम के लिए उन्हें अपने खुफिया तंत्र और मुखबिर नेटवर्क का अधिकतम उपयोग करना चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि कानून व्यवस्था को चाकचौबंद बनाए रखना राज्य सरकार की प्राथमिकता है और यह सुनिश्चित करना पुलिस की जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री ने पुलिस तंत्र की तारीफी की
महिलाओं और अनुसूचित जाति-जनजाति वर्ग के प्रति होने वाले अपराधों में कमी लाने के लिए मुख्यमंत्री ने पुलिस तंत्र की हौसला अफजाई की। इसके साथ ही, साइबर अपराध और अवैध नशे के कारोबार में लिप्त अपराधियों के खिलाफ सख्ती बरतने के निर्देश दिए।
पुलिस विभाग की सजगता सै खुश सीएम
सीएम भजनलाल ने इस बात पर खुशी जताई कि पुलिस विभाग की सजगता के चलते पिछले वर्ष की तुलना में राज्य में अपराधों का ग्राफ तेजी से गिरा है। राज्य में कुल अपराधों में 7.3 प्रतिशत की कमी आई है, वहीं महिलाओं के प्रति अत्याचार में 8.8 प्रतिशत और अनुसूचित जातियों के खिलाफ अत्याचार के मामलों में 13.96 प्रतिशत की उल्लेखनीय कमी दर्ज की गई है।
साइबर अपराध के लिए सीएम के निर्देश
साइबर अपराध की बढ़ती चुनौती के मद्देनजर, मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस विभाग इस दिशा में लगातार काम कर रहा है और साइबर थानों का गठन भी किया गया है। उन्होंने भरतपुर में साइबर अपराध रोकने के प्रयासों की सराहना की और कहा कि पुलिस को साइबर क्राइम पर लगातार निगरानी रखनी चाहिए। इसके अलावा, पुलिस विभाग की मासिक समीक्षा करने का भी आदेश दिया गया है।