राजस्थान में बीती रात बड़े स्तर पर प्रशासनिक फेरबदल हुआ, जिसमें 20 आईएएस और 58 आईपीएस अधिकारियों का तबादला किया गया। जयपुर को लेकर अटकलें लगाई जा रही थीं कि शहर को नया पुलिस कमिश्नर मिल सकता है, लेकिन मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बीजू जॉर्ज जोसफ पर भरोसा बनाए रखा।
जोसफ गहलोत सरकार के समय से जयपुर के पुलिस कमिश्नर की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं और उनकी ईमानदारी और सख्त प्रशासनिक छवि के कारण उन्हें यह जिम्मेदारी फिर से सौंपी गई है।
कौन बने जयपुर के पुलिस कमिश्नर
इस पद के लिए कई वरिष्ठ अधिकारियों ने अपनी दावेदारी पेश की थी और लॉबिंग भी की गई थी, लेकिन मुख्यमंत्री ने बीजू जॉर्ज जोसफ के नाम पर ही मुहर लगाई। जयपुर जैसे महत्वपूर्ण शहर की कानून-व्यवस्था को देखते हुए यह निर्णय अहम माना जा रहा है, क्योंकि जोसफ को एक अनुभवी और कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी के रूप में जाना जाता है।
तबादलों की सूची
तबादलों की सूची में 8 आईएएस अधिकारियों को अतिरिक्त जिम्मेदारियां भी दी गईं। वहीं, 4 पुलिस अधीक्षकों को भी उनके मौजूदा जिलों के अलावा एक-एक अन्य जिले का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
किसको मिला कौन सा पद
इसके अलावा, एडीजी (योजना, आधुनिकीकरण और कल्याण) गोविंद गुप्ता को जेलों का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। इसी तरह, एडीजी (रेलवे) अनिल पालीवाल को तकनीकी सेवाओं और यातायात महानिदेशक की जिम्मेदारी दी गई है। एडीजी (सतर्कता) अशोक राठौर को प्रशिक्षण विभाग में भेजा गया है, जबकि एडीजी (प्रशिक्षण) मालिनी अग्रवाल को एडीजी (नागरिक अधिकार और मानव तस्करी) का प्रभार सौंपा गया है।
यह फेरबदल प्रदेश में प्रशासनिक सुधारों और विभिन्न विभागों में संतुलन बनाने के उद्देश्य से किया गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बदलाव से प्रशासनिक कार्यों में गति आएगी और राज्य में कानून व्यवस्था बेहतर होगी। जयपुर के पुलिस कमिश्नर के रूप में बीजू जॉर्ज जोसफ का बनाए रहना सरकार की कानून-व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है।