राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले हाल ही में नए जिलों की स्थापना की गई है, जिसे लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। राठौड़ ने आरोप लगाया है कि नए जिलों की स्थापना राजनीतिक तुष्टीकरण के तहत की गई है। उन्होंने विशेष रूप से दूदू, केकड़ी और सांचौर के नए जिलों का उदाहरण देते हुए सवाल उठाया कि इन जिलों को बनाने का औचित्य क्या है।
राठौड़ ने कहा कि एक-एक विधानसभा क्षेत्र को जिला बना दिया गया है और यह प्रक्रिया पूरी तरह से राजनीतिक लाभ के लिए की गई है। उन्होंने यह भी कहा कि बनाई गई कमेटी ने नए जिलों का अध्ययन किया है, और जिन जिलों की मांग वाजिब है, उन्हें रखा जाएगा, जबकि बाकी जिलों को समाप्त किया जाएगा।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का दावा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने यह भी दावा किया कि जनता नए जिलों से खुश नहीं है और कुछ जिलों को केवल जनप्रतिनिधियों को खुश करने के लिए बनाया गया है। उन्होंने आगामी समय में 6-7 जिलों को खत्म करने की बात भी की, जो कि जनता के लिए अधिक लाभकारी होंगे।
मदन राठौड़ 8 सिंतबर को पहुंचे भीलवाड़ा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ 1 दिन की प्रवास पर रविवार 8 सितंबर को सुबह भीलवाड़ा पहुंचे थे। इस रेल मार्ग से भीलवाड़ा पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष राठौर ने जैन मुनि रामलाल जी महाराज के दर्शन किए, इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष राठौर उदयपुर के लिए रवाना हो गए थे। जब वह भीलवाड़ा पहुंचे तो सांसद दामोदर अग्रवाल भाजपा जिला पदाधिकारी ने उनका स्वागत किया।
प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ ने कहा, “प्रदेश में 8 लाख के आस-पास सदस्य भाजपा से जुड़े हैं, जिनकी समीक्षा की जा रही है। सदस्यता अभियान को लेकर लोगों में उत्साह है। भीलवाड़ा विधायक अशोक कोठारी की सदस्यता के विवाद पर प्रदेश अध्यक्ष राठौड़ ने कहा कि इन्होंने पार्टी की रीति-नीति और राष्ट्रीयता की भावना से प्रेरित होकर सदस्यता ली है। लेकिन, देना नहीं देना हमारे हाथ में है। उन्होंने विधानसभा के उपचुनावों की तैयारी को लेकर कहा कि पार्टी ने एक सतत प्रक्रिया के तहत विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रभारी लगा दिए हैं। अभी चुनाव की घोषणा की तिथि घोषित होने के बाद ही हम अलग रणनीति तय करेंगे।”