Rajasthan News: राजस्थान में गर्मी का मिजाज झेल रही जनता को राहत नहीं मिल रही। दिन में आदमी अपना टाइम कैसे भी काट लेता है। लेकिन रात अच्छी नींद लेना नसीब नहीं हो पाता। रात में गाँवों के अंदर 4 घंटे तक बिजली काटी जा रही है। गाँवों में भी घनी आबादी क्षेत्र में पेड नहीं होने के चलते हवा भी नहीं चल पाती। ऐसे में रात गुजारनी दूभर हो जाती है। राजस्थान में विपक्ष ने इन दिनों काफी ज्यादा बड़ा प्रोग्राम तय किया है। सभी उपखण्ड स्तर पर धरना और आंदोलन शुरू कर दिया है। इंडिया में सोलर के बड़े प्रोजेक्ट होने के बावजूद सप्लाई को लेकर कोई प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई।

Jaipur News

जयपुर में चोमू और शाहपुरा उपखण्ड कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन 8 बजे से ही शुरू हो गया था। शाहपुरा उपखण्ड कार्यालय के बाद विधायक मनीष यादव की उपस्थिति में धरना प्रदर्शन और घेराव किया गया। राजस्थान में चुनावों के बाद कांग्रेस का यह बड़ा प्रदर्शन है। राजस्थान में बिजली और पानी को लेकर कोई रोडमैप अभी तक सरकार के पास नहीं है। भजन लाल सरकार ने सख्ती दिखाते हुए इसी साल कम से कम समय में पीने के पानी की समस्या दूर करने के आदेश दिए हैं। जयपुर सहित 40 शहरों में पीने के पानी की समस्या पर जल्द ही तैयारी पूरी कर ली जाएगी। बिजली की समस्या पर 21 के बाद कुछ बात बनने की संभावना है।

राजस्थान में बदला मिजाज

कांग्रेस की सक्रियता को देखते हुए लग रहा है भाजपा अब बैकफुट पर है। भाजपा ने दो बार के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस को खाता तक नहीं खोलने दिया था। लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस महागठबंधन ने राजस्थान में 11 सीटों पर अपना कब्ज़ा जमा लिया। राजस्थान में सबसे कम वोटों के अंतर से जयपुर ग्रामीण सीट पर जीत दर्ज हुई। जयपुर ग्रामीण पर राव राजेंद्र सिंह शाहपुरा ने 1615 वोटों के अंतर् से अनिल चोपड़ा को हराया। चुनाव नतीजों वाले दिन काफी गहमागहमी भी चली।

बिजली कटौती पर एक्शन

भाजपा की राज्य में सरकार है और केंद्र में भी भाजपा है। डबल इंजन की सरकार किस हद तक बिजली कटौती को रोकने का प्रयास करती है, यह देखने वाली बात है। राजस्थान में मानसून भी दस्तक दे रहा है, ऐसे में बजली की खपत भी काफी कम हो जाएगी। जीरो लोड के चांस भी न के बराबर हो जाएंगे। राजस्थान के सभी जिला और उपखण्ड कार्यालयों के बाहर विधायकों का आंदोलन भी काफी मायने रखता है।