मानसून के सक्रीय होते ही राजस्थान में काफी ज्यादा बारिश हो रही है। जिसके चलते काफी लोग परेशान हैं। बता दें की बीते मंगलवार को पिछले 24 घंटे में मेवाड़ क्षेत्र में काफी ज्यादा बारिश हुई है। इसके अलावा डूंगरपुर व बांसवाड़ा जिले के कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश होने की ख़बरें भी सामने आई हैं। बता दें की बांसवाड़ा के भूंगड़ा क्षेत्र में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई, यहां पर 115 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
भारी बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर आ गए हैं, जिसके बाद में माही-स्वरूप-उदयसागर बांध के गेट खोलने पड़े। जल की लगातार आवक को देखते हुए माही बांध के गेट शाम करीब 4:26 बजे 4 गेट एक एक मीटर खोले गए। एक्सईएन पीसी रैगर ने इस बारे में बताया की मध्य प्रदेश से पानी की आवक तथा लगातार हो रही बारिश के चलते बांध के गेट खोलकर पानी की निकासी की गई है।
मारगिया डेम भी छलका
आपको बता दें की डूंगरपुर के सागवाड़ा क्षेत्र में बारिश की लगातार सक्रियता के कारण मारगिया डेम भी छलक उठा। पानी के अधिक भरने के कारण सागवाड़ा के लोडेश्वर बांध के भरने की आस जग गई। बता दें की मारगिया डेम दो दिन तक लगातार हो रही बारिश के कारण लबालव हो चुका है। अब मौसम विभाग ने सात सितंबर तक येलो अलर्ट जारी किया हुआ है।
इन झीलों के भी खोले गए गेट
आपको बता दें की उदयपुर में बारिश की सक्रियता काफी तेज रही। जिसके कारण सीसारमा नदी काफी उफान पर आ गई। पानी की काफी ज्यादा आवक को देखते हुए स्वरूपसागर और उदयसागर झीलों के गेट भी खोले गए। नदी में पानी की आवक ज्यादा होने पर दोपहर 12.50 बजे स्वरूपसागर के गेट भी खोले गए। जिसके बाद आयड़ नदी काफी तेज गति से बहने लगी। उदयसागर में भी पानी की आवक बढ़ने से सुबह दोनों गेट खोले गए हैं।
गुढा बांध के गेट खोले गए
आपको बता दें की भीलवाड़ा व खेराड़ क्षेत्र में भी काफी बारिश हुई है। जिसके चलते गुढ़ा बांध में पानी की आवक बढ़ गई है। इसके चलते ही जल संसाधन विभाग ने दोपहर बाद गुढ़ा बांध के चार गेटो को चार चार फिट खोले गए तथा 12180 क्यूबिक पानी प्रति सेकेंड निकासी की गई। इस कारण से मेज नदी उफान पर आ गई।