इस साल नवरात्रि के दौरान सब्जियों के दामों में अप्रत्याशित उछाल देखने को मिल रहा है। आमतौर पर नवरात्र के समय लहसुन-प्याज का उपयोग न होने के कारण इनके दामों में गिरावट देखी जाती थी, लेकिन इस बार स्थिति बिल्कुल उलट है। न केवल टमाटर, मिर्ची और शिमला मिर्च जैसे सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं, बल्कि लहसुन-प्याज के भाव भी स्थिर बने हुए हैं और कहीं-कहीं बढ़े हुए नजर आ रहे हैं।
दिल्ली और आसपास के इलाकों में सब्जियों के बढ़ते दामों का असर आम आदमी की रसोई पर साफ दिखाई दे रहा है। इस बार मानसून के लंबा खिंचने और अत्यधिक बारिश होने से फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है।
बाजार में सब्जियों की कमी
उत्तर भारत के कई हिस्सों में सब्जियों की बुवाई समय पर नहीं हो पाई, जिससे बाजार में सब्जियों की कमी महसूस हो रही है। किसानों के मुताबिक, भारी बारिश के कारण टमाटर, बैंगन, फूलगोभी, और मिर्च जैसी फसलें गल गईं, जिससे इनकी आपूर्ति पर असर पड़ा है।
सब्जियों के नए भाव
जयपुर स्थित मुहाना मंडी के थोक विक्रेता संघ के अनुसार, आज की ताजा सब्जियों के दाम इस प्रकार हैं: टमाटर ₹58 से ₹70, हरी मिर्ची ₹50 से ₹55, शिमला मिर्च ₹75 से ₹85, फूल गोभी ₹30 से ₹50 और नींबू ₹70 से ₹80 प्रति किलो बिक रहे हैं। वहीं, प्याज और लहसुन के दाम क्रमशः ₹35 से ₹45 और ₹150 से ₹260 तक जा पहुंचे हैं।
फसलों का हुआ भारी नुकसान
इस साल की सब्जियों की कीमतों में उछाल का मुख्य कारण कृषि क्षेत्रों में मानसून का असामान्य तौर पर लंबा खिंचाव और लगातार हो रही बारिश है, जिससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है। इसके चलते सब्जियों की मांग के मुकाबले आपूर्ति कम हो गई है।