आपको बता दें की दुनिया में नंबर 1 रैंकिंग को सुनिश्चित करने के बाद भारतीय टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना ने ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू एब्डेन के साथ मिलकर इतिहास रच दिया है। जानकारी दे दें की इन दोनों ने चेक-चीनी जोड़ी झैंग झीझेन और थॉमस मैचेक पर जीत के बाद में ऑस्ट्रेलियाई ओपन पुरुष युगल फाइनल में एंट्री कर ली है। यह जोड़ी अब खिताब से महज एक कदम दूरी पर है।

इस तरह जीता मुकाबला

आपको बता दें की इससे पहले भी बोपन्ना दो बार 2013 तथा 2023 में यूएस ओपन में पहुंचें थे। लेकिन वे अपने कैरियर में एक भी बड़ी ट्रॉफी नहीं जीत पाए थे। लेकिन अब 43 वर्ष की आयु में उनके पास में शनिवार को उस बॉक्स पर टिक जाने का मौक़ा होगा। दूसरी वरीयता की जोड़ी ने बीते गुरूवार को रॉड लेवर एरेना में झैंग झीझेन और थॉमस मैचेक को 6-3, 3-6, 7-6 (10-7) से हराया है।

बन गए विश्व के नंबर 1 खिलाड़ी

जानकारी दे दें की बोपन्ना अपनी 17वीं ऑस्ट्रेलियन ओपन उपस्थिति में पहली बार मेलबर्न पार्क में पुरुष युगल फाइनल में पहुंचे हैं। अभी तक वे कभी भी पुरुष युगल ड्रॉ में तीसरे दौर में नहीं पहुँच थे। बोपन्ना और एबडेन एक जोड़ी के रूप में दूसरी बार दूसरे ग्रैंड स्लैम फाइनल में पहुंचे हैं। अब बोपन्ना टूर्नामेंट के बाद में एटीपी टूर युगल रैंकिंग में शीर्ष पर पहुँच चुके हैं। इसके बाद वे इतिहास में सबसे उम्रदराज विश्व के नंबर 1 खिलाड़ी बन गए हैं।

सानिया मिर्जा ने दी बधाई

आपको बता दें की बोपन्ना की इस जीत के बाद में सानिया मिर्जा ने इंस्टाग्राम पर स्टेटस शेयर किया तथा अपने पूर्व जोड़ीदार को बधाई दी हैं। आपको जानकारी दे दें की बोपन्ना पिछले साल ओपन युग में ग्रैंड स्लैम फाइनल में क्वॉलिफाई कर सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए थे। इसके अलावा बोपन्ना को मास्टर्स इवेंट में पुरुष युगल खिताब जीतने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी होने का गौरव भी प्राप्त है।