नई दिल्ली। एक जमाना था जब भारत अस्त्र-शस्त्र का दुनिया का सबसे बड़ा बाजार हुआ करता था, लेकिन समय बदलने के साथ मेक इन इंडिया में भारत की छवि को बदल दिया है। आज भारत दुनिया के कई देशों को हथियार बेच रहा है। भारतीय हथियारों की दुनिया में डिमांड बढ़ रही है।
भारत विश्व क्षितिज पर लगातार एक के बाद एक परचम लहरा रहा है। पहले चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर भारत का कदम इसके बाद हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल अस्त्र के सफल परीक्षण ने भारत का मान बढ़ाया है। अस्त्र मिसाइल के बारे में बता दें यह अत्याधुनिक मिसाइल अपने टारगेट का पीछा करके उसे नष्ट करने में सक्षम है।
अस्त्र मिसाइल के बारे में आपको बता दें यह भारत में बने लाइट वेट तेजस फाइटर विमान से दागा गया जो अपने टारगेट को आसानी से निशाना बनाया। 154 किलो वजनी अस्त्र मिसाइल की लंबाई 12.6 फ़ीट है और उसकी गोलाई 7 इंच है जिसके साथ प्री-फ्रैगमेंटेड एचएमएक्स हथियार भेजा जा सकता है। इस मिसाइल के साथ 15 किलो वजनी हथियार कैरी कर सकता है। काम ऊंचाई और तेज रफ्तार के लिए इसमें ड्यूल थ्रस्ट पल्स्ड रॉकेट मोटर लगा है।
देश के गौरव अस्त्र मिसाइल की रेंज 160 किलोमीटर की है। यदि इसकी उचाई की बात करें तो ये मिसाइल 66 हजार फीट की ऊंचाई को छू सकती ह। इस मिसाइल की रफ्तार इसकी सबसे बड़ी ताकत है। यदि इसके रफ्तार की बात करें तो यह 5556.6 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दुश्मन पर हमला करती है।
इस बड़ी उपलब्धि का श्रेय DRDO को जाता है। अस्त्र मिसाइल की सबसे बड़ी विशेषता बेयॉन्ड विजुअल रेंज को भे निशान बनाती है। इसका मतलब है वह टारगेट जो नजरों से नहीं दिखता, उन्हें भी ये मिसाइल मार गिराने में सफल होती है। जानकर मानते हैं अस्त्र ऐसी मिसाइल है जो फाइटर जेट को स्टैंड ऑफ रेंज प्रदान करती है। 8स्का मतलब होता है, दुश्मन पर मिसाइल से हमला करके खुद उस हमले से बचने में सक्षम रहता है।