जो किसान पीएम किसान योजना की 15वीं क़िस्त का इंतजार कर रहें हैं। उनके लिए चिंता की खबर सामने आई है। आपको बता दें कि वर्ष 2021-22 में जुलाई-अगस्त माह में जहां 11.19 करोड़ किसानों के खाते में क़िस्त पहुंची थी। वहीं इस वर्ष सिर्फ 9.53 किसानों के खाते में क़िस्त का पैसा आ पाया है। केंद्र तथा राज्य सरकार की सख्ती के कारण बहुत से लोग इस योजना से बाहर हो चुके हैं। पिछले 1 वर्ष से लाभ उठा रहे करीब 2 करोड़ किसान लोग इस योजना से बाहर हो चुके हैं।
इस कारण घटे लाभार्थी
आपको बता दें कि पीएम किसान योजना के पोर्टल पर करीब 12 करोड़ किसान लोग इस योजना के तहत रजिस्टर्ड हैं। पिछले कुछ समय से डोर टू डोर सत्यापन, केवाईसी की अनिवार्यता, खेत के कागजात आदि फ़िल्टर लगने के बाद में बहुत से किसान इस योजना से बाहर हो चुके हैं।
कौन हैं अपात्र किसान लोग
आपको बता दें कि यदि किसी परिवार में कोई भी व्यक्ति टेक्स देता है तो उसको इस योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा यानी पति या पत्नी में से कोई भी व्यक्ति यदि टैक्स भरता है तो उसको इस योजा का लाभ नहीं मिल सकेगा।
यदि लोग अपनी खेती की जमीन का इस्तेमाल दूसरे कार्यो में कर रहें हैं या किसी दूसरे की जमीन में काम कर रहें हैं तो ऐसे लोगों को भी इस योजना का लाभ नहीं मिल सकेगा। यदि कोई किसान खेती कर रहा है लेकिन खेत उसके नाम नहीं है तो उसको भी इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। यदि कोई जमीन का मालिक है और वह सरकारी कर्मचारी रह चुका है या रिटायर्ड हो चुका है या वह सांसद या विधायक रह चुका है तो उसको भी इस योजना के लाभ से वंचित रहना पडेगा।
आपको बता दें कि अपात्रों की लिस्ट में डॉक्टर, इंजीनियर, वकील तथा चार्टेड अकाउंटेड के परिवार के लोग भी आते हैं। यदि किसान होते हुए भी आपको 10 हजार रुपये से अधिक की पेंशन मिलती है तो आपको इस योजना का मिलेगा।
कब तक मिलेगी 15वीं क़िस्त
आपको बता दें कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना के तहत सरकार 2-2 हजार रुपये की तीन क़िस्त प्रतिवर्ष किसान लोगों को प्रदान करती है। अब तक 14 क़िस्त जारी हो चुकी हैं। वित्तीय वर्ष के मुताबिक प्रतिवर्ष पहली क़िस्त अप्रैल-जुलाई, दूसरी क़िस्त अगस्त-नवम्बर तथा तीसरी क़िस्त दिसंबर से मार्च के बीच दी जाती है। इसका मतलब है की 15वीं क़िस्त 30 नवंबर के पहले कभी भी आ सकती है।