Sudhir Nayak: सुधीर सखाराम नाइक ये एक ऐसा नाम है जिसे शायद ही कोई नहीं जानता होगा. आप इन्हें क्रिकेटर कहे लें, कोच मान लें या फिर ग्राउंड क्यूरेटर ही समझ लीजिये. ऐसा इसलिए क्योंकि सुधीर सखाराम नाइक इन तीनों ही भूमिकाओं में नंबर 1 है. सुधीर सखाराम नाइक शख्स का जन्मदिन 21 फरवरी 1945 को हुआ था. कल वो पुरे 75 साल के हो चुके हैं. बता दे सुधीर नाइक क्रिकेटर के तौर पर भारत के लिए 3 टेस्ट और 2 वनडे खेले हैं. यही नहीं तब तक लोग इन्हे नहीं जानते थे लेकिन भारतीय क्रिकेट में उनका नाम पहली बार तब उछला जब 1974 में इंग्लैंड दौरे पर उनका चयन हुआ.

यही नहीं साल 1974 में इंग्लैंड दौरे पर मुंबई के क्रिकेटर सुधीर नाइक का सिलेक्शन ओपनर के तौर हुआ था. इस मैच में उन्होंने 40.55 की औसत से 730 रन बनाए थे. यही नहीं इंग्लैंड दौरे पर एजबेस्टन में खेले आखिरी टेस्ट की दूसरी पारी में सुधीर नाइक भारत के टॉप स्कोरर के रहे थे जिसके बाद इन्हे लोग जानने लगी थी. यही नहीं इस पहली पारी में 4 रन बनाने के बाद उन्होंने दूसरी इनिंग में 77 रन बनाए. वो अलग बात है वो मैच भारत नहीं जीत पाया.

छोटा सा क्रिकेट करियर

आपकी जानकारी के लिए बता दे नाइक ने अपने करियर में 3 टेस्ट में 1 अर्धशतक के साथ 23.50 की औसत से 141 रन बनाए थे. वताया जा रहा है की वनडे में उनका प्रदर्शन खराब रहा है. यही नहीं इसके बाद 2 वनडे के छोटे करियर में नाइक ने सिर्फ और सिर्फ 38 रन ही बना पाए. वैसे ऐसा तो सभी खिलाडी के साथ है. लेकिन इस मामले ने तूल पकड़ा जब 1974 वाले इंग्लैंड दौरे पर सुधीर नाइक पर एक आरोप लगा.

बता दे एजबेस्टन में खेले फाइनल टेस्ट से पहले की उन पर लंदन की ऑक्सफोर्ड स्ट्रीट की एक दुकान से दो जोड़ी जुराब चुराने का आरोप लगा और ये मामला फेमस हो गया जिसके वजह से उन्हें माफ़ मांगनी पड़ी.

बता दे इंग्लैंड दौरे से लौटने पर उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 और टेस्ट खेले. इसके बाद वो भारत के लिए फिर कभी नहीं खेले. आपको जानकर हैरानी होगी की साल 1974 में ही बड़ौदा के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैच में 200 रन की पारी खेली. आज वो भले भारत के लिए नहीं खेलते लेकिन आज वो एक कोच बन गए हैं.