Madhya Pradesh News: मथुरा के गोवर्धन परिक्रमा स्थित राम जानकी मंदिर आश्रम में एक आरोपी साधु को पकड़ने के लिए मुरैना जिला की पुलिस ने एक जबरदस्त चाल चला जिसके बाद मध्य प्रदेश पुलिस सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है। साधु महाराज आश्रम के अंदर बैठे थे श्रद्धालुओं की बहुत अधिक भीड़ थी साधु महाराज को पकड़ने के लिए पुलिस कर्मी शादी कपड़े में आई थी अपने साथ फूलमाला और मिठाई भी लेकर आई थी। पुलिस करने साधु महाराज को माला पहनने और आशीर्वाद लेने के बहाने अंदर गई और आरोपी पुलिस को पकड़ कर बाहर निकाला।

मध्य प्रदेश की चालाकी से पकड़ा गया एक आरोपी साधु

मध्य प्रदेश पुलिस के द्वारा किया गया एक समझदारी भरा कार्य सामने आया है। एक मामले में आरोपी साधु को पकड़ने के लिए पुलिस जवान मथुरा के राम जानकी मंदिर आश्रम गए। वहां श्रद्धालुओं की बहुत अधिक भीड़ थी जहां से किसी साधु को पकड़ कर निकालना बहुत मुश्किल था इस वजह से पुलिसकर्मी ने सादा कपड़ा धारण किया और हाथ में फूल माला और मिठाई लेकर साधु महाराज से मिलने गए। मंदिर में दर्शन करने के बाद एक साधारण श्रद्धालु के भांति साधु महाराज से मिलने और आशीर्वाद लेने की इच्छा जाहिर की।

इसके बाद जब पुलिसकर्मियों को अंदर आश्रम में ले जाया गया, तो आरोपी साधु को माला पहनाया पैर छुए और धीरे से उनके कान में कहा कि हम आपको गिरफ्तार करने आए हैं। साधु के पसीने छूट गए और पुलिसकर्मियों ने उन्हें धार दबोचा। इसकी जानकारी अलग-अलग सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है और मुरैना पुलिस की समझदारी भरी इस कार्य ने मध्य प्रदेश पुलिस का सार गर्व से ऊंचा कर दिया है।

साधु को पकड़ने का मामला क्या था?

दरअसल साधु को पकड़ने का पूरा मामला मुरैना के एक मंदिर से जुड़े जमीन के धोखाधड़ी से जुड़ा हुआ है। मुरैना में एक तपसी गुफा मंदिर है जिससे लगा हुआ एक छोटा सा जमीन का टुकड़ा है जहां पर कुछ दुकानें हैं उनसे फर्जी ट्रस्ट के बहाने चंदा वसूला जाता है।

इस फर्जी ट्रस्ट का निर्माण करके राम जानकी मंदिर आश्रम में बैठे इस साधु को पैसा पहुंचा जाता है। मुरैना मंदिर से जुड़े उस 6 बीघा जमीन पर किसी का हक नहीं हो सकता है। उस पर कुछ दुकानों से फर्जी ट्रस्ट के बहाने पैसे हड़पे जाते है और इसकी FIR के बाद पूरी जांच की गई, जिसमे इस मामले का कनेक्शन राम जानकी मंदिर में बैठे एक साधु महाराज से मिला।

इस मामले का FIR 3 नवंबर 2021 को दर्ज किया गया था, जिसमे साधु रामशरण समेत दानबिहारी, सुरेंद्र यादव और अशोक यादव के साथ अन्य 3 लोगो पर धोखाधड़ी का आरोप दर्ज किया गया था। इस प्रक्रिया की जांच करने के दौरान पुलिस ने एक जबरदस्त कार्रवाई दिखाई है और इसका नतीजा आज सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।