Religious Conversion In Hotel Bharatpur Caught By Police: आज कल पुरे देश में धर्म परिवर्तन का खेल चल रहा है. ऐसे में अभी हाल ही में धर्म परिवर्तन का एक मामला सामने आया है. यही एक मामला राजस्थान के भरतपुर के एक होटल में धर्म परिवर्तन का बड़ा खेल हो रहा था. इसे जानकर पुलिस के साथ साथ आम लोगों भी हैरान रह गए.
हैरानी की बात तो ये है की भरतपुर के एक होटल में एक साथ करीब 400 लोगों के बीच धर्मांतरण का खेल चल रहा था. इसी के खुलासे के बाद पुलिस ने छापेमारी भी की. दरअसल शादी के नाम पर धर्मांतरण के इस खेल को देखकर पुलिस भी हैरान कर दिया है.
दरअसल धर्मांतरण के इस खेल का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को दबोचा, जिसने कई सनसनीखेज खुलासे किए. धर्मांतरण के खेल के मास्टरमाइंड ने पूछताछ में खुलासा किया कि भरतपुर में दो साल में 4200 लोगों का धर्मांतरण हुआ है और यह खेल चंडीगढ़ से चल रहा था. पुलिस के मुताबिक, इसका मास्टरमाइंड प्रोफेट विजेंद्र सिंह है. अब वीएचपी घर वापसी शुद्धि अभियान चलाएगी. छापेमारी के बाद होटल में जब पुलिस की छापेमारी हुई तब मास्टरमाइंड प्रोफेट बिजेंद्र सिंह दीक्षा दे रहा था. इसी के बाद आरोपी ने 4200 का धर्मांतरण भी किया जा रहा है.
क्या है पूरा मामला
आपकी जानकारी एक लिए बता दे संदीप की दोस्त मोहित की 25 फरवरी को शादी थी. इसी के बाद दोनों शादी की बुकिंग के लिए अपने एक दोस्त के साथ सोनार हवेली गए. इसी के बाद होटले के गेट पर पहुंचे और उन्हें होटले अंदर से अजीब सी आवाजें सुनाई दीं. इसी के बाद जब वो हॉल पहुंचे तो उन्होंने देखा कि 400 लोग हॉल मौजूद थे.
यही नहीं उन लोगों ने बताया की मंच से 15 लोग इस बात का निर्देश दे रहे थे. यही नहीं उन लोगों ने देखा है की स्टेज पर दवाओं की बोतलें रखी थीं जिसके बाद बाइबिल देकर प्रभु यीशू की कसम दिलाकर कुंवर सिंह नामक शख्स धर्म परिवर्तन किया. ये सब देखकर संदीप और उनके दोस्त रिकार्डिंग करने लगे जिसके बाद एक्शन लिया गया है.
पुलिस का एक्शन
इसके बाद संदीप ने बीजेपी कार्यकर्ता उत्तम शर्मा को इस घटना की सूचना दी. उत्तम शर्मा वीएचपी के जिलाध्यक्ष समेत हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं को लेकर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. धर्म परिवर्तन की इस चंगेजी सभा का आयोजन कुंवर सिंह और यूपी के शैलेंद्र सिंह करवा रहे थे. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में सामने आया कि धर्मांतरण का ये खेल चंडीगढ से चल रहा था. फंडिग भी चंडीगढ से हो रही थी. सिर्फ भरतपुर ही नहीं कई और जगह भी ऐसी चंगेजी सभाएं आयोजित की जा र.ही थीं.
क्या क्या मिला पड़ताल में
बात अगर जांच पड़ताल में मिलने वाले चीज़ों की बात करें तो पुलिस के हिसाब से होटल के हॉल में एक प्रोजेक्टर लगा हुआ मिला. इसी प्रोजेक्टर के जरिए प्रोफेट विजेंद्र सिंह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये लोगों के धर्मांतरण के लिए लोगों को प्रेरित कर रहा था. यही नहीं पुलिस को होटल से 352 धर्मग्रथ की किताबें, शीशी में रखा सफेद पदार्थ और एक ऑयल लिखी बोतल और प्रोफेट बिजेंद्र सिंह मिनिस्ट्री लिखा डायमंड आईडी कार्ड को भी बरामद किया.