Adhik Maas 2023: Adhik Maas 2023: नया साल 2023 शुरू हो चूका है. वैसे तो सभी न्यू ईयर बहुत ख़ास होते है लेकिन ये साल बहुत ज्यादा ख़ास होने वाला है. जानते है क्यों? क्योंकि इस बार 13 महीने होने वाला है. ऐसा इसलिए क्योंकि इस साल अधिक मास लगा है. ऐसा अधिक मास हर तीन साल बाद आता है. इससे सभी पर्व भी लेट आते है. चलिए आपको इस बारे में डिटेल में बताते है.
चातुर्मास
आपकी जानकारी के लिए बता दे हिंदू धर्म में चातुर्मास का बहुत ज्यादा महत्व है. कहते है जब चातुर्मास शुरू होता है तब भगवान विष्णु निद्रा में चले जाते हैं. इसके बाद दुनिया का जितना भी संचालन होता है वो सब भगवान शिव के हाथ में होता है. बात अगर चातुर्मास की करें तो इस में श्रावण, भादौ, आश्विन और कार्तिक महीने आते हैं. लेकिन इस बार ये चातुर्मास कुछ अलग होने वाला है. क्योंकि ये पांच महीने का होने वाला है.
इस बार देर से आएंगे ये त्योहार
पिछले बार सभी पर्व जल्दी आये थे. एक्साम्प्ल के तौर पर पिछले साल रक्षा बंधन का त्योहार 11 अगस्त को सेलिब्रेट किया गया था, लेकिनइस बार ये पर्व 30 अगस्त को है. अगर आप कैलकुलेट करेंगे तो इन दोनों तिथि के बीच 19 दिन का अंतर है. और इसके पीछे का कारण है अधिक मास. अगर आप इस साल आने वाले पर्व जन्माष्टमी, गणेश उत्सव, पितृपक्ष, शारदीय नवरात्रि, दशहरा, धनतेरस, दीपावली और भाई दूज जैसे पर्व का डेट देखेंगे तो ये सभी लेट आने वाले है.
जानिए क्या है अधिक मास
बता दे हिंदू कैलेंडर के हिसाब से हर तीन साल बाद कैलेंडर में 12 महीनो के अलावा एक और महीना जुड़ जाता है. इस जुड़ने वाले महीने को अधिक मास, मलमास या पुरुषोत्तम मास के नाम से जानते है हैं. क्या आपको ये पता है कि अधिक मास का गणित क्या हैं? चलिए आपको इस के बारे में डिटेल में बताते है. दरअसल ये बात तो हम सब जानते है कि सूर्य वर्ष 365 दिन और 6 घंटे का होता है. लेकिन चंद्र वर्ष 354 दिनों का होता है. इन दोनों सालों के बीच करीब 11 दिनों का अंतर होता है. अब हर साल के घटने वाले इन 11 दिनों को जोड़ा जाए तो वो एक महीने के बराबर होते हैं. जब इसी अंतर को पाटते है तभी तो हर तीन साल में एक चंद्र मास आता है, इसे ही तो अधिक मास के नाम से जानते हैं.