हर एक चीज की उम्र होती है। इंसान का शरीर भी मशीन है। कोई दुर्लभ ही मशीन होती होगी, जिसकी सर्विस टाइम से होती होगी। ऐसे ही घी दूध खाने वाले व्यक्ति इस श्रेणी से बाहर हैं। विज्ञान के मुताबिक़ इंसान के शरीर में पुर्जे एक उम्र के बाद काम करना बंद कर देते हैं। ऐसे ही शरीर में बनने वाले रज और धातु की भी उम्र होती है। शादी की स्टार्टिंग आयु तो बता रखी है, लेकिन आखिरी नहीं हैं। लेकिन जरुरी नहीं कि लोग एक उम्र के बाद बच्चा पैदा करे ही। उम्र के साथ शरीर भी ढीला होता जाता है। ऐसे में पिता बनने का सपना भी दूर लगने लगता है।
अधिकतर पुरुषों की का विचार यह होता है कि वे किसी भी आयु में पिता बन सकते हैं। क्यों की उनके अंदर किसी प्रकार की समस्या नहीं है लेकिन ऐसा सोचना बिलकुल सही नहीं है। आपको बता दें कि महिलाओं की ही तरह पुरुषों में भी पिता बनने की एक निश्चित उम्र होती है। यह बात भी अपने स्थान पर सही है कि 50 वर्ष तक की आयु में पुरुष पिता बन सकते हैं लेकिन आयु के बढ़ने के बाद में पिता बनने में कई प्रकार की समस्याएं सामने आ सकती हैं। आपको बता दें कि एक निश्चित उम्र के बाद में पुरुषों के स्पर्म में कमी आने लगती हैं। जिसके बाद उनके पिता बनने में कई समस्याएं आ जाती है। इस मामले में हेल्थ स्टडी रिसर्च का कहना है कि 20 से 30 वर्ष तक की उम्र को पिता बनने के लिए सबसे सही तथा अच्छा माना जाता है।
क्या होता पुरुषों का बायलॉजिकल क्लॉक
बता दें कि पुरुषों में उम्र भर स्पर्म बनते रहते हैं लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि वे सही क्वालिटी के हों। 2010 में की गई एक स्टडी में यह पाया गया है कि 40 वर्ष की उम्र के पार होने के बाद में आटिज्म स्पेक्ट्रम होने का ख़तरा बढ़ जाता है।
पुरुषों में पिता बनने की सही उम्र
आपको बता दें कि 40 वर्ष की उम्र पार होने के बाद में पुरुषों के स्पर्म की क्वालिटी घटती जाती है। 20 से 25 वर्ष की आयु का समय सबसे ज्यादा अच्छा समय होता है जब पुरुष पिता बन सकते हैं। इसके बाद स्पर्म की क्वालिटी धीरे धीरे गिरने लगती है। 40 की उम्र के बाद में पुरुषों की स्पर्म क्वालिटी काफी ख़राब हो सकती है। यदि आप फैमिली प्लानिंग के बारे में विचार कर रहें हैं तो 25 से 30 वर्ष की आयु सबसे अच्छी होती है।