नई दिल्ली: होली से पहले राजस्थान सरकार ने संविदा नौकरी कर रहे अध्यापकों के हित को ध्यान में रखते हुए एक बड़ी घोषणा की है। सरकार ने ग्राम पंचायत सहायकों, शिक्षाकर्मियों, पैराटीचर्स एवं मदरसा पैराटीचर्स के वेतन में बढ़ोत्तरी होने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी है। पारित प्रस्ताव के अनुसार राजस्थान कॉन्ट्रेक्चुअल हायरिंग टू सिविल पोस्ट रूल्स-2022 के तहत ग्राम पंचायत सहायकों, शिक्षाकर्मियों, पैराटीचर्स व मदरसा पैराटीचर्स के मासिक वेतन को बढ़ाकर 16900 रुपए कर दिया गया है लेकिन इस बढ़ोतरी का फायदा केवल बीएड, बीएसटीसी अथवा डीएलईडी योग्यता पास टीचर्स ही उठा पाएंगे।
पारित के गए प्रस्ताव में शिक्षाकर्मी, पैराटीचर्स, ग्राम पंचायत सहायक एवं मदरसा पैराटीचर्स का पदनाम संशोधित कर क्रमशः सहायक शिक्षक, कनिष्ठ शिक्षक, पंचायत शिक्षक एवं शिक्षा अनुदेशक कर दिया गया है। इतना ही नही इन पदों पर कार्यरत संविदाकर्मियों का किसी भी सरकारी स्कूल में 9 वर्ष एवं 18 वर्ष की संविदा सेवा अवधि का पूरा होना जरूरी है। तभी उनकी मासिक मानदेय को बढ़ाकर क्रमशः 29600 एवं 51600 रुपए कर दिया जाएगा। एवं पदनाम में क्रमशः ग्रेड-2 व ग्रेड-1 जोड़ने का प्रावधान भी किया गया है।
इन नियमों के आने से पहले यदि किसी संविदाकर्मी को नए निर्धारित मानदेय से ज्यादा मानदेय प्राप्त हो रहा है तो उनके मानदेय को संरक्षित किया जाएगा. मुख्यमंत्री के इस निर्णय से सभी राजस्थान कॉन्ट्रेक्चुअल हायरिंग टू सिविल पोस्ट रूल्स-2022 के अंतर्गत सभी संविदाकर्मियों को एक बड़ा फायदा मलने वाला है।